लालकुआं
6 सितंबर
• पशुपालक के आमदनी का आधार पालतू गोवंश को आवारा बनने का कारण भाजपा सरकार की नीतियां: आनंद नेगी
• आवारा गाय बैलों से हो रही दुर्घटनाओं के लिए सरकार की कार्यप्रणाली जिम्मेदार
• 18 सितंबर की रैली में सैकड़ों ग्रामीण शामिल होंगे
अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी ने आवारा गोवंश के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि भाजपा की पूंजी परस्त नीति के चलते जिस तरह देश के सार्वजनिक संस्थानों व उपक्रमों को अपने चन्द कारपोरेट मित्रों के हवाले किया जा रहा है उसी तरह से देश के किसानों से उनकी खेती – किसानी पूंजीपतियों के हवाले करने के लिए तीन कृषि कानून और पशुपालकों से उनके पशु – पशुपालन व्यवसाय को पूंजीपतियों के हवाले करने के लिए गोवंश संरक्षण कानून लाकर आज पशुपालकों को अपना गोवंश आवारा छोड़ने को विवश कर दिया है ।
उन्होंने कहा कि आज देश – प्रदेश में हजारों लोग आवारा गोवंश के चपेट में आकर अपना जीवन खो बैठे हैं आवारा गोवंश के चलते किसानों की फसलैं चौपट हो गई हैं लालकुआँ क्षेत्रान्तर्गत हजारों आवारा गोवंश विचरण कर रहा है जिसका यदि मूल्यांकन किया जाय तो करोड़ों का नुकसान पशुपालकों को हुआ है इसी तरह किसानों को अपनी फसल बचाने के लिए करोड़ों की कंटीली तारों से तार बाड़ करने को विवश होना पड़ा है । जिन किसानों ने अपनी खराब आर्थिक स्थिति से रस्सियों, पुरानी साड़ियों या डोरियों से अपनी फसलों की घेर बाड़ की है उनकी फसलों को घेर बाड़ तोड़ कर आवारा गोवंश चट कर दे रहे हैं जिससे बहुत सारे किसानों ने फसलें बोना बन्द कर दिया है ।
नेगी ने कहा कि अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा माले ने आवारा गोवंश से हो रहे किसानों, पशुपालकों व आम जन के जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए 7 अगस्त को तहसील लालकुआँ में आवारा गोवंश को तीन सप्ताह के भीतर अन्यत्र छोड़ने या उनकी व्यवस्था करने के लिए उपजिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन तहसीलदार लालकुआँ को सोंपा था जिसपर तहसीलदार ने आश्वासन भी दिया था परन्तु अभी भी समस्या जस की तस बनी हुई है उन्होंने कहा कि प्रशासन के उदासीन और नकारात्मक रवैये से दुखी होकर अब जनता ने खुद ही इस समस्या का समाधान करने के लिए क्षेत्रान्तर्गत नुकसान कर रहे और आतंक फैला रहे आवारा गोवंश जो सरकार के गोवंश की बिक्री पर लगाई गई रोक के कारण हुए हैं इसलिए आवारा हुए गोवंश को सरकारी आवारा गोवंश मानकर सरकार के हवाले करने के लिए दिनांक 18 सितम्बर को तहसील लालकुआँ में बन्द करने का निर्णय ले लिया है।
उन्होंने बताया कि इसके लिए पूरे बिन्दुखत्ता क्षेत्र में गांव गांव बैठकें और किसान कमेटियों का गठन किया जा रहा है। 18 सितंबर के आह्वान को सफल बनाने के लिए इन सभी कमेटियों के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक 8 सितंबर को दीपक बोस भवन कार रोड बिंदुखत्ता में होगी।
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