बेतालघाट के मल्ला कोश्यां क्षेत्र में मवेशीखोर बाघ का आतंक ,किसान नेता दलीप बोहरा द्वारा पिंजड़े लगाने को लेकर वन विभाग व क्षेत्रीय सांसद को सौंपे पत्र

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  1. + अब तक तीन दर्जन से अधिक बकरियों को बना चुका है निवाला
    + किसान नेता दलीप बोहरा द्वारा पिंजड़े लगाने को लेकर वन विभाग व क्षेत्रीय सांसद को सौंपे पत्र
    + लगातार अनदेखी से भयभीत ग्रामीणों में भारी आक्रोश
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    बेतालघाट ( नैनीताल ), जनपद के विकासखण्ड बेतालघाट अन्तर्गत मल्ला कोश्यां क्षेत्र के आधा दर्जन गावों में मवेशीखोर बाघ का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है । बीते एक मांह में अब तक तीन दर्जन से अधिक बकरियों को बाघ अपना निवाला बना चुका है, जिससे क्षेत्र में भय व दहशत का माहौल बना हुआ है।
    मल्ला कोश्यां के ग्राम थापली, खैरनी, धारी, हल्सों, कोरड़, तल्ला बर्धौ और मल्ला बर्धौ में एक मांह के भीतर तीन दर्जन से अधिक बकरियों के अलावा पांच गोवंशीय पशुओ को बाघ मार चुका है। ग्रामीणों द्वारा वन विभाग के अधिकारियों से लेकर क्षेत्रीय विधायक व सांसद को इस बाबत शिकायतें भेजी गयी, परन्तु किसी भी स्तर से कोई सुनवाई नहीं हुई। पिछले दिनों क्षेत्रीय सांसद किसी सरकारी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कोटाबाग के डॉन परेवा इन्टर कालेज में पहुंचे थे। तब भाजपा किसान मोर्चा के नेता दलीप बोहरा ने एक शिष्टमण्डल के साथ उनसे भेंट की और बाघ के आतंक को लेकर ग्रामीणों की चिन्ता से अवगत कराया । श्री बोहरा द्वारा सांसद आजय भट्ट को पत्र सौंपते हुए बाघ के आतंक से प्रभावित मल्ला कोश्यां क्षेत्र में दो से तीन पिंजड़े लगवाने की मांग की गयी थी । सांसद की तरफ से ठोस आश्वासन मिलने के बावजूद इस दिशा में अब तक कुछ भी नहीं हुआ । हालात ये हैं कि स्कूली बच्चे स्कूल जाने से डर रहे हैं और और महिलाएं घास,चारापत्ती के लिए जंगल जाने से बच रही हैं। इतना ही नहीं अपने खेतों में काम के लिए जाने पर भी ग्रामीणों को बाघ के सम्भावित हमले का डर सता रहा है।
    क्षेत्र के एक सामाजिक कार्यकर्ता बहादुर सिंह जलाल ने कहा कि अकेले थापली गांव में अब तक 13 बकरियां बाघ ने मार डाली हैं और तीन मवेशी भी मार दिये गये हैं।
    लगातार आतंक से भयभीत ग्रामीणों में वन विभाग के अधिकारियो के प्रति तथा अपने जनप्रतिनिधियों के प्रति जबर्दस्त आकोश व्याप्त है।
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