देवभूमि उत्तराखंड की धरती पर आज भी समस्याओं का अंबार है शिक्षा सड़क चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं से अनेक क्षेत्र वंचित है सरकार चाहें विकास के लाख दावें करे परन्तु जमीनी हकीकत कुछ और ही है बदहाली की दास्तां बयां करती कालापातल सलयाकोट अनर्पा मार्ग की दशा इतनी बदत्तर है कि इस मार्ग पर पैदल चलना ही दुश्वार हो गया है
सरकार व जन प्रतिनिधियों की बेरुखी से क्षेत्रवासी हताश है
आजादी के 78 वर्षों बाद आज भी ये तमाम गाँव न केवल सड़क सुविधा से वंचित है अपितु तमाम मूलभूत सुविधाओं के लिए भी तरस गये है। एक अदद सड़क मार्ग को बनाये जाने की माँग क्षेत्रवासी लम्बे समय से करते आ रहे है परन्तु कोई सुध लेवा नहीं है क्षेत्रवासी सात दशकों से लगातार सड़क को ठीक करवाने सहित तनाम विकास के मुद्दों की बातें करते आये हैं और आज भी कर रहे हैं, परन्तु जनप्रतिनिधियों से लेकर सम्बन्धित विभाग व सरकारों द्वारा इतनी अहम मॉग पर विचार करने तक की जरूरत नहीं समझी गयी । पंचायत चुनावों से लेकर विधान सभा चुनावों में और लोकसभा चुनावों में हर बार क्षेत्रवासियो को पक्की सड़क बनाये जाने के अन्तहीन आश्वासन जरूर मिलते रहे हैं लेकिन परिणाम आज भी शून्य है। बार – बार ठगे जाते रहने से गॉव के लोग तथा क्षेत्रवासी सरकारों, नेताओं, मंत्रियों और विभागीय अधिकारियों के सौतेले रवैये से हताश व आहत हैं।
उल्लेखनीय है कि जनपद नैनीताल के पहाड़पानी क्षेंत्र के ये तमाम भूभाग ग्रामीण अंचल स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग एवं देश सेवा में योगदान के लिए जाना जाता है।
क्षेत्र के अनेक युवा जहाँ आज भी भारतीय थल सेना, नौ सेना तथा वायु सेना तथा अन्य विभागों में रहकर राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं वही कालापातल सलयाकोट अनर्पा गॉव के बुजुर्गो को सड़क मार्ग की दुर्दशा के चलते अपनी पैंशन के लिए तथा दवा आदि घरेलू सामान के लिए लम्बी पैदल यात्रा करनी पड़ती है बीमारी की स्थिति में रोगियों को डोली में लाना पड़ता है, जिसमें समय, श्रम व धन का अपव्यय होता है और बहुत सी परेशानियों से ग्रामीणों को गुजरना पड़ता है। तमाम अभावों व असुविधाओं के बावजूद इसे क्षेत्र के लोग बड़े जीवट वाले, संघर्षशील व सेवाभावी माने जाते हैं। परन्तु शासन – सत्ता व जनप्रतिनिधियों की बेरुखी व सौतेले व्यवहार से आहत हैं ।
यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि सड़क को ठीक करनें की लगातार माँग क्षेत्रवासियों द्वारा निरंतर की जाती रही है
सामाजिक कार्यों में निरंतर सलग्न रहनें वाले क्षेंत्र के हरीश सिंह असगोला चन्दन सिंह लाल सिंह प्रीतम असगोला निर्मल गोपाल दीपू आनन्द सिंह आदि ने शासन प्रशासन से मार्ग निर्माण सहित तमाम मूलभूत सुविधाओं की मांग की है
इधर प्रसिद्ध युवा सामाजिक कार्य कर्त्ता हरेन्द्र असगोला ने कहा कि क्षेत्रीय समस्याओं के निदान की मांग को लेकर एक शिष्ट मण्डल के साथ वे शीघ्र मुख्यमन्त्री से मुलाकात करेंगे
यहाँ यह भी बताते चले ये तमाम क्षेत्र प्राकृतिक सौदर्यं की अद्भूत आभा को अपनें आँचल में समेटे हुए है सुन्दर मनोरम पहाड़िया यहां आनें वाले आगन्तुकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर लेती है यदि यहाँ के तमाम गाँवों को जोड़ने वाली सड़कों की हालत सुधर जाएं और क्षेत्र चहुमुखी विकास की ओर अग्रसर हो जाये तो पर्यटन एवं तीर्थाटन के लिहाज से भी इन तमाम क्षेत्रों की कीर्ति देश दुनियां में छा सकती है
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