हवन यज्ञ व भण्ड़ारे के साथ श्री शिव महापुराण का हुआ विराम की कथा

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हल्दूचौड़/श्री हनुमान एवं श्री श्री 1008 बाबा केशव दास आश्रम बाबाजी की कुटिया ग्राम दुमकाबंगर उमापति हल्दूचौड़ जिला नैनीताल में चल शिव महापुराण कि कथा में सुबह हवन यज्ञ पूर्ण आहुति के बाद आज की था मैं व्यास पंडित सतीश चन्द्र लोहनी ने अपनी मधुर वाणी से ग्यारह दिवस पूर्ण आहुति विश्राम दिवस की कथा में कहा कि पाखंड धर्म का पालन नहीं करना चाहिए क्योंकि कि उससे व्यक्ति का कल्याण नहीं होता है हा अच्छा जरूर लगता है कल्याण तो केवल और केवल वैदिक सनातन धर्म का ही पालन करने से ही होता है इसलिए वैदिक सनातन धर्म का ही पालन करना चाहिए व पाखंड फैलाने वालों से सावधान रहें ये वो लोग होते हैं जो हम को अपने धर्म व परम्पराओं से भटकाते है पाखंड के आने से पतन निश्चित होता है भगवान जो शिव जो ईश्वर है उनसे यह सिखना चाहिए कि सबका मालिक होने के बाद भी सेवा कैसे कि जाती है  हनुमान अवतार लेकर दिखाया एक वैष्णव को कैसा होना चाहिए यह सती चरित्र से बताया व सब की कुशलता के लिए अगर जहर पिना पड़े तो पीना चाहिए यह जहर पीकर दिखाया इसलिए कहते हैं बड़ा बनना आसान है पर उस धर्म को निभाना आसान नहीं है

आज की कथा में यजमान श्रीमती एवं श्री देबी दत्त बमेटा व श्रीमती एवं श्री दिनेश चंद्र मिश्रा पूजारी प्रकाश चंद जोशी , हरी दत्त कांडपाल, पूर्व विधायक नवीन चन्द्र दुम्का,मंदिर समिति के संरक्षक उमेश चंद्र कबड़वाल ,उपाध्यक्ष दयाकिशन दुम्का,सचिव बालकृष्ण दुम्का कोषाध्यक्ष खीमानंद तिवारी, आडिटर दयाकिशन बमेटा, चंद्र बल्लभ खोलिया, भुबन चंद्र गरवाल, कैलाश चंद्र बमेटा, मनोज कोठारी, खीम सिंह बिष्ट, नवीन बमेटा, लीलाधर कांडपाल, हेमवती नंदन दुर्गापाल,पूर्व एडवोकेट कमल कोठारी , खीमानंद दुम्का,निपुण अग्रवाल विश्वभर कबडवाल, के एस राठौर , हितेश बमेटा,चिंतामणी कपिल,देवेश कबड़वाल, राजेन्द्र कबड़वाल, लीलाधर खोलिया,पूरन बमेटा, भुबन कबडवाल,अम्बा दत्त बमेटा, जगदीश कांडपाल,तारा दत्त दुम्का,देवी दत्त कबड़वाल,कमलेश बमेटा ,अशोक चंद्र दुम्का, ,बद्रीदत्त जोशी, हरि दत्त विरखानी,नंदाबलभ कबड़वाल, खीमानंद बमेटा,कान्ति बल्लभ सुनाल, गंगा दत्त जोशी, दयाकिशन कबड़वाल, नवीन कांडपाल, पूरन तिवारी, कमलापति पांडे,गंगा दत्त जोशी, तारा जोशी,तारादत्त बमेटा, दयाकिशन कबड़वाल, भुबन कबडवाल, नंदाबलभ तिवारी,लीलाधर कबड़वाल, चंदशेखर नैनवाल, रमेश चंद्र दयाकृष्ण दुम्का , भुबन चंद्र कबड़वाल, त्रिलोचन कपिल, केशव दत्त कबड़वाल, रमेश दुम्का गोपाल सुनाल ,तेज सिंह मेहरा , मुकेश कबड़वाल, गिरीश धारयाल, हिमांशु कबड़वाल,तनुज कबिदयाल ,दयाकृष्ण कबड़वाल,चंदशेखर कविदयाल, भोला दत्त दुम्का,टीकाराम कबड़वाल, चंद्रशेखर कविदयाल,गणेश बमेटा,संजय कबड़वाल, हेमवती नंदन दुर्गापाल,भुबन कबिदयाल, बंका सिंह, हेम कबड़वाल,नारायण शर्मा , जगदीश दुम्का, महेश शर्मा,शुभाष तिवारी, गिरीश धारयाल, मथुरा दत्त जोशी, हरीश सिंह बिष्ट, चन्दन सिंह बिष्ट,हरीश कांडपाल,पूरन चंद्र भट्ट , मोहन चंद, तारा दत्त दुम्का,भुबन भट्ट, मथुरा दत्त कांडपाल, भैरव दत्त लोशाली, नारायण सिंह नेगी,घनानंद भट्ट , सुरेश शर्मा, प्रकाश तिवारी हेम दुम्का, दयाकिशन कबड़वाल, ख्याली मिश्रा, पूर्व प्रधान श्रीमती इंदू कबड़वाल, पूर्व प्रधान श्रीमती शारदा बमेटा, पूर्व संचालक दुग्ध संघ लाल सिंह धपोला, पूर्व प्रधान खीमानंद कविदयाल, पूर्व प्रधान इंदर सिंह बिष्ट, मनोज अगवाल संजय कबड़वाल, सुरेंदनाथ कब, केशव कबड़वाल, प्रेम दुम्का,पान देव मिश्रा,दिनेश मिश्रा, सकलानी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य रोहित बिष्ट, उरबा दत्त भट्ट,कैलाश बृजवासी, हरी ओम,नवीन कांडपाल, गुड्डू बमेटा,दिनेश कविदयाल, गिरीश कबड़वाल,दिनेश सनवाल, महेश बेलवाल,नवीन बमेटा, रमेश दुम्का,शंकर दत्त बमेटा, बंशीधर शर्मा, देवेन्द्र तिवारी, कमलेश तिवारी,रमेश दुम्का, मोहित दुम्का नंदकिशोर गरवाल,जीवन तिवारी,सौरभ पाठक,मथुरा दत्त जोशी,आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे विशाल भंडारे के साथ शिव महापुराण ज्ञान यज्ञ कथा का समापन हुआ समापन के अवसर पर मंदिर समिति के संरक्षक उमेश चंद्र कबड़वाल जी ने सभी भक्त जनों व कर्ताओं का हनुमान मंदिर समिति की ओर से सहयोग के लिए आभार व धन्यवाद प्रकट किया

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