Category: फीचर्स

शारदीय नवरात्र : प्रकृति को मातृभाव से पूजने का अनुपम अवसर

  दुर्गा सप्तशती में भगवती स्वयं कहती हैं कि ‘शारदीय नवरात्र में जो वार्षिक महापूजा का अनुष्ठान किया जाता है, उस अवसर पर देवी माहात्म्य अर्थात दुर्गा सप्तशती का पाठ….

पितरों के प्रति समर्पण का अनूठा अवसर है सर्वपितृ अमावस्या

  अमावस्या की शांति, आकाश का मौन और दीपक की लौ में झिलमिलाती श्रद्धा… यही वह क्षण है जब हम अपने पितरों का स्मरण करते हैं। पितृपक्ष का समापन सर्वपितृ….

धामी सेना ने मन्दिरों में पूजा -अर्चना के साथ मनाया मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी का जन्म दिवस

  + स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन के साथ- साथ वर्ष 2027 में पुनः राज्य का नेतृत्व संभालने की कार्यकर्ताओं ने की कामना हलद्वानी । उत्तराखण्ड के लोकप्रिय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह….

96 प्रकार के पिंडदान और अक्षय श्राद्ध का स्थान है नर्मदा का उद्गम स्थल अमरकंटक

  पितरों के पिंडदान और तर्पण की जब बात आती है, तब बिहार के गया जी का उल्लेख प्रमुखता से आता है, लेकिन कम ही लोगों को इस बात की….

कृष्ण मोहन सक्सेना का देहदान, सम्मान में मिला ‘गार्ड ऑफ ऑनर’

भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के स्थानीय मेडिकल कॉलेज में एक प्रेरणादायक मामला सामने आया। जहां 86 वर्षीय कृष्ण मोहन सक्सेना को उनके स्वैच्छिक देहदान के संकल्प का….

भारतीय राजनीति के शलाका पुरूष मोदी जी के नेतृत्‍व में आत्‍मनिर्भरता की ओर अग्रसर भारत

  यशस्‍वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी का 17 सितम्‍बर को 75 वां जन्‍मदिवस है। गुजरात के मेहसाणा जिले के एक छोटे से गांव बड़नगर से शुरू हुई उनकी जीवन यात्रा….

श्राद्ध पक्ष में अपनाए जाने वाले मुख्य नियम

*श्राद्ध पक्ष में अपनाए जाने वाले मुख्य नियम* (आचार्य राजेश-विभूति फीचर्स) श्राद्ध के दिन भगवद्गीता के सातवें अध्याय का महात्म्य पढ़कर फिर पूरे अध्याय का पाठ करना चाहिए एवं उसका….

तीर्थराज गया: मोक्ष की पवित्रतम भूमि

  तीर्थ राज ” गया ” का नाम आते ही हिंदुओं तथा बौद्धों का नतमस्तक होना स्वाभाविक है। पितरों को मोक्ष के लिए यह सबसे पवित्रतम भूमि है । श्राद्ध….

शिक्षक पढ़ाता है, गुरु जगाता है, दोनों के साथ से ही जीवन की संपूर्णता

  भारतीय संस्कृति में ज्ञान को देवत्व का स्थान दिया गया है। विद्या को सरस्वती का वरदान और शिक्षा को जीवन का दीपक माना गया है। किंतु इस ज्ञान की….

अहंकार मिटाकर पाएं धर्म और विनम्रता का वरदान भगवान वामन देव से

  हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को भगवान विष्णु के वामन अवतार का जन्मोत्सव वामन जयंती के रूप में मनाया जाता है। यह….