Category: धार्मिक / आध्यात्मिक

पंचमुखी स्वरुप में दर्शन देते हैं नेपाल के पशुपतिनाथ

  नेपाल की राजधानी काठमांडू के पूर्वी भाग में बागमती नदी के किनारे पर देवाधिदेव महादेव पंचमुखी स्वरूप में पशुपतिनाथ के रुप में विराजमान है। पशुपतिनाथ मंदिर में यूं तो….

नागचंद्रेश्वर मंदिर : जिसके द्वार सिर्फ नागपंचमी पर ही खुलते हैं

आपने भगवान विष्णु को सर्प शैया पर विराजमान तो अनेक जगह देखा होगा लेकिन एक ऐसा भी मंदिर है जहाँ भगवान भगवान शंकर सर्प शैय्या पर विराजमान हैं। इस मंदिर….

मदमहेश्वर : जहां मनमोहक स्वरूप में विराजित हैं भगवान शंकर एवं माता पार्वती

भगवान आशुतोष शशांक शेखर हिमालय पर्वत पर अनेक स्थानों पर एवं विभिन्न देवालयों में विराजमान हैं। हिमालय पर उत्तराखंड में चार धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ (बद्रीनारायण या बद्रीविशाल) गंगोत्री व यमुनोत्री….

शिव की शक्ति और भक्तों के प्रति करुणा का प्रतीक है भगवान भीमशंकर

  देवाधिदेव महादेव के भीमशंकर ज्योतिर्लिंग को बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। यह ज्योतिर्लिंग भगवान शिव की शक्ति और उनके भक्तों के प्रति उनकी करुणा का प्रतीक….

माँ अवन्तिका शक्ति स्थल की पौराणिक महत्ता पर डॉक्यूमेंटरी बनायेंगे अंजनी सिंह

  + मन्दिर समिति के अध्यक्ष पूरन सिंह रजवार एवं मुख्य पुजारी आचार्य चन्द्रशेखर जोशी ने किया अंजनी सिह का स्वागत + श्रावण मास के प्रथम सोमवार को सैचुरी के….

लोक कल्याणकारी भगवान त्र्यंबकेश्वर

  देवाधिदेव महादेव के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से हर एक की अपनी अनुपम,अद्भुत एवं अद्वितीय महिमा है। त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग भी भगवान शंकर के ऐसे ही परम पुण्यदायी द्वादश ज्योतिर्लिंगों में….

ओंकारेश्वर:जहां आज भी चौपड़ खेलते हैं शिव पार्वती

*”सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्।* *उज्जयिन्यां महाकालम् ओंकारं अमलेश्वरम्॥* श्री शिवमहापुराण के इस श्लोक में “ओंकारं अमलेश्वरम्” का उल्लेख है, जो यह दर्शाता है कि ओंकारेश्वर (और इसके सह स्वरूप….

भगवान महाकालेश्वर

    भारत में ज्योतिलिंगों की उपासना,आराधना एवं दर्शनों की परंपरा बहुत प्राचीन है। भारत में प्रतिष्ठित ज्योतिर्लिंगों के बारे में यह मान्यता है कि ये स्वयं भू है और….

गुरुपूर्णिमा महोत्सव

गुरु पूर्णिमा का दिन भक्तगण बहुत श्रद्धा से मनाते हैं। इस दिन हर एक व्यक्ति गुरु स्थान पर उनका आशीर्वाद लेने जाते हैं। सतगुरु अर्थात परमपिता परमात्मा कहते हैं- *गुरु….

दुर्लभ रहस्य :लोक देवताओं के गुरु गोरखनाथ जहाँ धाम में सतयुग से प्रज्जवलित है अखण्ड धूनी

चम्पावत जनपद के नेपाल से लगे सीमान्त क्षेत्र ” मंच ” की एक रमणीक चोटी पर स्थित है महायोगी गुरु गोरखनाथ का पावन धाम, जो प्राचीनकाल से ही सनातन धर्म,….