Category: धार्मिक / आध्यात्मिक

माँ बगलामुखी की महिमां अपरम्पार: प० मनोज शर्मा

  नलखेड़ा स्थित माँ बगलामुखी देवी की महिमां अपरंपार है जो भी प्राणी माँ बगलामुखी देवी की शरण में आता है उसके समस्त रोग शोक सहित महान संकट मिट जाते….

जनपद पिथौरागढ़ के इस पर्वत पर भृगु ऋषि ने की थी कठोर तपस्या, पेड़ की जड़ के नीचे है अद्भूत शिवलिंग

  भृगतम्ब(पिथौरागढ़)/ जनपद पिथौरागढ़ के गंगावली क्षेत्रं में मल्लागांव के समीप स्थित भृगु ऋषि की तपोभूमि तीर्थाटन एंव पर्यटन की परिधी से कोसों दूर है।बदहाली का आलम यह है,कि गुफा….

नलखेड़ा में स्थित माँ बंगलामुखी देवी का दरबार पौराणिक काल से परम आस्था और भक्ति का संगम है

  नलखेड़ा में स्थित माँ बंगलामुखी देवी का दरबार पौराणिक काल से परम आस्था और भक्ति का संगम है माँ बगलामुखी देवी के इस दरबार में जो भी प्राणी अपने….

दुर्लभ रहस्यःउत्तराखण्ड के इस स्थान पर किये गये तर्णण के बाद गया में तर्णण की आवश्यकता नहीं

  रूद्रप्रयाग।जनपद रूद्रप्रयाग के दूरस्थ क्षेत्र में स्थित कालीमठ व विहंगम पर्वतों की चोटी में स्थित कालीशिला का महत्व आध्यात्मिक दृष्टि से बडा ही अद्भूत व निराला है, कालीतीर्थ के….

यहाँ नित्य निवास करते है हनुमान जी

  आस्था व भक्ति का संगम हनुमान गढ़ी मन्दिर अयोध्या की पावन धरती परम पूजनीय है।इस धरा पर हनुमान गढ़ी मन्दिर एक ऐसा अलौकिक स्थान है जिसके दर्शन करने से….

कल्याण ही इस देवता का धर्म है

  शिव व शाक्ति की स्थली उत्तराखण्ड में देवालयों व शक्तिपाठों का अम्बार है धार्मिक आस्थाओं को रेखांकित करते ये मन्दिर सदियों से श्रद्धा की देहरी के रूप में पूज्यनीय….

रहस्यमय पर्वत की गुफा में विराजमान है अलौकिक शक्ति देती है अक्षय भक्ति

  जनपद बागेश्वर के कमस्यार घाटी में स्थित कपूरी गांव का सौंदर्य अपनें आप में अदितीय है सौंदर्य की दृष्टि से यह गांव जितना सुंदर है आध्यात्मिक दृष्टि से उतना….

माँ सूर्या देवी की महिमां है अपरम्पार : कैलाश चौसाली

  गौलापार,/हल्द्वानी/ चोरगलिया क्षेत्र के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्त्ता कैलाश चौसाली ने बताया सूर्या देवी की महिमां स्थानीय जनमानस में काफी लोकप्रिय है, दूर-दराज क्षेत्रों से भी भक्तों का आवगमन यहाँ….

कुमाऊँ के इन पर्वतों में अष्टकुल नाग करते है शिव की आराधना

त्रिपुरा देवी/सनीउडियार/हवनतोली/बेरीनाग/बागेश्वर।जनपद बागेश्वर का सनीउडियार आध्यात्म जगत में प्राचीन काल से ही काफी प्रसिद्ध है।कभी शाण्डिल ऋषि की तपस्या का केन्द्र रहा यह पावन क्षेत्रं आज आध्यात्मिक पहचान के लिए….

सत्युग के राजा सत्य केतु की तपोभूमि का केन्द्र रहा उत्तराखण्ड का यह क्षेत्र

  हिमालय भूमि की आध्यात्मिक संस्कृति जितनी समृद्ध है उतनी ही विराट व अनन्त भी। इसलिए हिमालय के बारे में पुराणों में कथन है कि “देवात्मा हिमालयो नाम नगधिराज।”। वास्तव….