14 फरवरी बुधवार 2024 को होगी बसंत पंचमी — माघ शुक्ल पक्ष बुधवार 2 गते फाल्गुन बुधवार 14 फरवरी 2024 को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जायेगा, बसंत पंचमी का त्योहार वुद्धि विवेक, विद्या ज्ञान, समृद्धि का त्योहार है। इस दिन से बैठक होली भी अपने चरम पर पहुंच जाती नयी ऋतु के आगमन का यह त्योहार विद्या की अधिष्ठाता सरस्वती मां के पूजन का भी दिन है। कर्मकांड उपनयन संस्कार, विवाह, गृह प्रवेश आदि शुभ कर्मों के लिए इस दिन का शास्त्रीय महत्व है। इस दिन किया गया कोई भी कार्य निष्फल नहीं जाता। विद्या ज्ञान आरंभ,बालक के प्रथम मुंडन संस्कार, यज्ञोपवीत, विद्यालय में प्रथम प्रवेश के लिए इस दिन के बराबर शुभ मुहूर्त नहीं हो सकता है।। इस दिन पंचमी तिथि दोपहर 12 बजकर 10 मिनट तक होने से सभी शुभ कार्यों को करने का समय सुबह से दोपहर 12 बजे तक किये जा सकते हैं। इसी दिन स्कन्द षष्ठी तिथि भी है।। इस दिन ब्राह्मण व गुरू का सम्मान करने का महत्वपूर्ण दिन है। चावल , पीले वस्त्र, हल्दी, चने की दाल, केले, घी, गुड़, शहद, पीले फूल, पीला चंदन ,दक्षिणा, स्वर्ण प्रतिमा, लेखन सामग्री, धार्मिक पुस्तक, पीली मिठाई का यथाशक्ति दान अपने ब्राह्मण व गुरू को करने का विधान है जिससे जीवन की समस्त पारिवारिक बाधायें दूर हो जाती है। प्रातः काल हल्दी मिलाकर जल से स्नान कर, सूर्य भगवान, व केले के पेड़ का पूजन करें, गणपति भगवान का पूजन कर सरस्वती मांता पंचदेव भगवान का आह्वान व पूजन कर गुरू की पूजा करनी चाहिए।। तत्पश्चात सुन्दर पकवान परोस कर भगवान को भोग लगाकर स्वयं ईष्ट मित्रजनों के साथ प्रसाद ग्रहण करना चाहिए। सभी मित्रजनों व पारिवारिक सदस्यों को हल्दी का तिलक लगाकर जौं के पत्तों को सिर पर धारण करने से जन्म-जन्म के पापों का नाश होकर समृद्धि प्राप्त होती,, इस दिन विद्या की अधिष्ठाता देवी सरस्वती का पूजन कर छोटे बच्चों को स्वर, व्यंजन, व लेखन प्रारम्भ करवाने से शुभ विद्या की प्राप्ति होती है।।। पंडित त्रिभुवन उप्रेती संस्कार ज्योतिष भाग्य दर्पण कार्यालय नया बाजार हल्दूचौड हल्द्वानी नैनीताल उत्तराखंड 9410143469 🙏
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