नगर पचायत चेयरमैन की सीट ओबीसी आई तो पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे : कमलेश यादव

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हमारे जनप्रतिनिधि: कमलेश यादव उवाच :

+ नगर के समग्र विकास का विजन लेकर जनता से मांगेंगे आशीर्वाद
+ लालकुआं को स्वच्छ, प्रदूषण मुक्त व सुविधा सम्पन्न बनाने का है लक्ष्य
+ कला व संगीत के क्षेत्र में स्थानीय प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने हेतु संगीत विद्यालय खुलवाने का है सपना

लालकुआं ( नैनीताल ), राज्य में आगामी नगर निकाय चुनावों के मद्देनजर चुनाव लड़ने के इच्छुक बहुत से लोग अब धीरे – धीरे सामने आने लगे हैं। अपनी दावेदारी पेश करने के लिए सबके अपने तर्क हैं, अपने समीकरण हैं, अलग – अलग आधार हैं और अपने – अपने सपने भी हैं। इसी क्रम में आज यहाँ लालकुआं नगर पंचायत चेयरमैन सीट पर लोकप्रिय समाज सेवी कमलेश यादव ने भी चुनाव लड़ने का इरादा जाहिर किया ।

श्री यादव ने कहा कि यदि लालकुआ नगर पंचायत अध्यक्ष की सीट ओबीसी आयी तो वह कांग्रेस पार्टी से अपनी मजबूत दावेदारी पेश करेंगे ।
उन्होंने कहा कि ओबीसी सीट आने की स्थिति में पार्टी के वरिष्ठ स्थानीय नेता स्वयम् आगे आकर उनकी दावेदारी का खुला समर्थन करेंगे, इस बात का उनको भरोसा है।
कमलेश यादव से जब उनकी दावेदारी का आधार, विकास का खाका और जनता के मुद्दों के बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नगर पंचायत में चेयर मैन की सीट आने पर वह कांग्रेस पार्टी की ओर से एक निर्विवाद व मजबूत चेहरा होंगे । पार्टी के लिए लम्बे समय से समर्पण भाव से काम करने के कारण उनको तमाम बड़े नेताओं से लेकर संगठन के स्थानीय कार्यकर्ताओ का पूरा समर्थन रहेगा। श्री यादव ने कहा कि राजनीति के साथ – साथ सामाजिक कार्यों में उनके निःस्वार्थ समर्पण को लालकुआ की जनता अच्छी तरह जानती है। नगर का समग्र विकास हो, समयबद्ध तरीके से जन आकांक्षाओं को पूरा किया जा सके और विना किसी भेदभाव के लोगो के काम हों, इसी विजन के साथ वह जनता के बीच जायेंगे और सभी का आशीर्वाद मांगेंगे ।

समाजसेवी कमलेश यादव ने कहा कि लालकुआं नगर को पूरी तरह स्वच्छ व सुन्दर बनाना, जल प्रदूषण- वायु प्रदूषण- ध्वनि प्रदूषण अर्थात हर प्रकार के प्रदूषण से मुक्त बनाना और आकर्षक नागरिक पार्क, चिल्ड्रन पार्क, व्यवस्थित याता-यात व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था, शिक्षा व स्वास्थ्य की अच्छी सुविधाओं के साथ हर प्रकार की सुविधाओं से सुसज्जित बनाना उनका बहुत पुराना सपना है, जिसे वह हर हाल में पूरा करने के लिए संकल्पबद्ध हैं।

श्री यादव ने कहा कि वह बचपन से ही कला व संगीत के प्रेमी रहे हैं और सभी तरह के सामाजिक, संस्कृतिक व धार्मिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर भागीदारी निभाते आ रहे हैं। श्री यादव ने कहा कि उन्होंने वर्ष 1984 में हल्द्वानी के तिकोनिया- गुप्ता कम्पाउण्ड स्थित संगीत विद्यालय से संगीत सीखा था और उसी वर्ष जिले मे बैस्ट सिंगर का अवार्ड भी जीता था। परन्तु आगे कुछ खास नहीं हो पाया क्योंकि हल्द्वानी में नियमित रह पाना सम्भव नहीं था जिस कारण संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ने से रह गये। मुम्बई में लता मंगेतकर मौहम्द रफी जैसे लोक गायकों से भी मुलाकात हुई है उन्होंने कहा कि आगामी नगर निकाय चुनावो में लालकुआं नगर पंचायत में यदि वह चेयर मैन बने तो नगर में एक सुन्दर व सुविधा सम्पन्न संगीत विद्यालय खुलवाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। वह कहते हैं कि क्षेत्र भर में कला व संगीत प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है लेकिन सुविधा के अभाव में प्रतिभाएं कुंद होकर रह जाती हैं । उन्होंने कहा कि यह पीड़ा आज भी उनको परेशान करती है।

श्री यादव ने कहा कि नगर में आयोजित होने वाले हर तरह के सामाजिक व धार्मिक कार्यों में सपरिवार भागीदारी करना उनके परिवार की पहले से ही परम्परा रही है । इसीलिए वह धार्मिक कार्यों में हर सम्भव योगदान को तत्पर रहते हैं और ऐसे सभी सामाजिक कार्यों में उनको अपनी धर्म पत्नी श्रीमती फूलपति यादव का पूरा सहयोग व समर्थन प्राप्त होता आया है।

यहाँ यह उल्लेखनीय है कि कमलेश यादव लालकुआं क्षेत्र के एक लोकप्रिय समाजसेवी के साथ ही प्रतिष्ठित व्यावसायी भी हैं। हरे कृष्णा ईट व सीमेन्ट ऐंजसी के स्वामी इसी नगर में जन्मे कमलेश यादव ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा से लेकर माध्यमिक व उच्च शिक्षा ग्रेजुऐशन यहीं रह कर पूरी की । अपने पिता स्व अक्षयवर प्रसाद यादव और माता स्व रजनी देवी के पावन सानिध्य में शिक्षा-दीक्षा के साथ-साथ पारिवारिक संस्कार भी आपको सहज ही प्राप्त होते रहे, जो कमलेश यादव की दिनचर्या में स्पष्ट देखे जा सकते हैं। परिवार की सेवा परम्परा आपको विरासत में प्राप्त हुई और इसे आगे बढ़ाने के लिए आपने आरम्भ से ही सामाजिक कार्यों में भागीदारी करना और जरूरतमंदो की मदद करना अपनी आदत में शामिल कर लिया। दरअसल आपके पिता स्व अक्षयवर प्रसाद यादव रेलवे में नौकरी करते थे और अधिकांश समय उन्होंने लालकुआं जंक्शन में ही अपनी सेवाएं दी । वर्ष 1958 से फिर यहीं पर स्थाई रूप से रहने लगे।

आपकी माता जी स्व रजनी देवी बेशक एक ग्रहिणी थी, लेकिन परिवार की सेवा परम्परा, संस्कार व धार्मिक आचरण के प्रति सदैव सजग रही थी । इस सबका प्रभाव कमलेश यादव के जीवन पर भी पड़ा ।

जो आज उनके मिलन सार स्वभाव, निश्छल आचरण व सामाजिक व्यवहार में दिखाई देता है। 55 वर्षीय श्री कमलेश यादव की धर्म पत्नी श्रीमती फूलपति यादव एक सुशिक्षित व धर्म परायण महिला है, जो अपने पति के प्रत्येक कार्यों में तन मन धन से सहयोग करती हैं ।
आपके दो पुत्र – विशाल यादव और राहुल यादव हैं। बड़े पुत्र विशाल व उनकी धर्म पत्नी निकिता यादव अपने दो बेटों की स्कूल शिक्षा के साथ ही पारिवारिक व सामाजिक संस्कार देने को लेकर अत्यधिक सजग रहते हैं । छोटा पुत्र राहुल अपने पिता के साथ दैनिक कार्यों से लेकर व्यावसायिक कार्यों में तथा हर सामाजिक व धार्मिक कार्यों में समर्पण भाव से लगा रहता है।

कमलेश यादव को उनके समाज से जुड़े सभी कार्यों मे आपकी बुआ के पुत्र रविन्द्र यादव का भी भरपूर सहयोग मिलता है । कमलेश यादव के बड़े भाई राजेश कुमार यादव एक रिटायर्ड फौजी है, जो स्वयम् भी समाज सेवा के प्रति हमेशा संजीदा देखे जाते हैं।

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