Latest Posts

सनीउडियार : हवनतोली की आध्यात्मिक विरासत उपेक्षा का शिकार, नागभूमि की पहचान धुँधली

सनीउडियार : हवनतोली की आध्यात्मिक विरासत उपेक्षा का शिकार, नागभूमि की पहचान धुँधली जनपद बागेश्वर का सनीउडियार क्षेत्र प्राचीन काल से ही आध्यात्मिक साधना का महत्वपूर्ण केन्द्र रहा है। पौराणिक….

शरदोत्सव मेले में चौथे दिन रही सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम

  हल्द्वानी/मानव विकास सेवा संस्थान द्वारा आयोजित उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस रजत जयंती के अवसर पर पारंपरिक पाँच दिवसीय 25वां “शरदोत्सव मेला” चौथे दिन कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि राज्य….

नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड द्वारा दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा का जन्मोत्सव दृष्टिबाधित बच्चों के बीच स्नेह, संवेदना और हर्षोल्लास के वातावरण में मनाया गया

लालकुआँ। नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड द्वारा दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा का जन्मोत्सव दृष्टिबाधित बच्चों के बीच स्नेह, संवेदना और हर्षोल्लास के वातावरण में मनाया गया। इस अवसर….

महर्षि पतंजलि की तपोभूमि है, बागेश्वर क्षेत्र का यह गांव, जहाँ से हुआ योग का विस्तार

पंतजली ऋषि की भूमि – पतोजा गाँव (काण्डा शानिउडियार, बागेश्वर) उत्तराखण्ड के कुमाऊँ अंचल में स्थित काण्डा क्षेत्र का पतोजा गाँव जो कि ग्राम सभा कुचौली क्षेत्र का हिस्सा है….

जनपद बागेश्वर के इस गाँव में किया था महर्षि कुशण्डी ऋर्षि ने यज्ञ, गाँव में मौजूद है आज भी यज्ञ कुण्ड

कुशण्डी ऋषि का हवन कुण्ड कुचौली गाँव की दिव्य तपस्थली बागेश्वर। हिमालय की गोद में बसा कुचौली गाँव (जिला बागेश्वर, उत्तराखण्ड) न केवल प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है, बल्कि यह….

अमर लोकगायक स्व. प्रहलाद सिंह मेहरा की स्मृति में सिल्वर जुबली समारोह 16 नवम्बर को

  अमर लोकगायक स्व. प्रहलाद सिंह मेहरा की स्मृति में सिल्वर जुबली समारोह 16 नवम्बर को स्थान – सरस्वती शिशु मंदिर, बिन्दुखत्ता रिपोर्ट: रमाकान्त पन्त बिन्दुखत्ता। अमर लोकगायक स्वर्गीय श्री….

जिन्हें जीवन देना था वे ही बन रहे हैं मौत के सौदागर

  (मनोज कुमार अग्रवाल -विनायक फीचर्स) लालकिला विस्फोट साजिश मामले में उच्च शिक्षित छह डाॅक्टरों के नाम जुड़ जाने के बाद कई मिथक टूट रहे हैं जैसे अशिक्षा,बेरोजगारी आतंकवाद को….

सिद्धेश्वर महादेव मंदिर, काफलीगैर (मटेला), बागेश्वर : जहाँ गाय स्वयं दुहती थी दूध

    कुमाऊँ की पावन भूमि देवभूमि के नाम से जानी जाती है। यहाँ की हर घाटी, हर शिखर, और हर नदी किसी न किसी दिव्य कथा से जुड़ी है।….

पलायन से सूने होते गाँव: कुचौली (खन्तोली) की खनक अब यादों में सिमटती

    बागेश्वर। हिमालय की गोद में बसे कुचौली (खन्तोली) गाँव कभी अपनी जीवंत रौनक, आध्यात्मिकता और समृद्ध परंपरा के लिए जाना जाता था। लेकिन आज यह गाँव पलायन की….