हरिशयनी एकादशी : जानिये विशेष बातें

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कल १०जुलाई रविवार को देवशयनी एकादशी व्रत होगा कल से ही चातुर्मास व्रत प्रारंभ होता है।कल के दिन घरों पवित्र स्थान में तुलसी पौधे का रोपण किया जाता है ।हरिशयनि एकादशी को भगवान श्री हरि विष्णु शयन करते हैं अतः इस अवधि में मांगलिक कार्य विवाह आदि वर्जित मानें जातें हैं ।इस मध्य तुलसी पौधे में जल व दीपक जलाने से पूर्ण पूजन का फल प्राप्त होता है । श्रीमद् देवी भागवत महापुराण पुराण के नवम स्कन्ध में मां तुलसी के अवतरण की कथा आती है जो साक्षात लक्ष्मी ज़ी का ही स्वरुप हैं ।कुछ लोगों ने शंका की है कि कल रविवार है तुलसी पौधे कैसे लगाये ? शास्त्रों में रविवार को तुलसी तोडना निषेध माना जाता है साथ ही तुलसी भक्षण का भी निषेध है लेकिन तुलसी पौधा लगाना निषेध नहीं है

अतः सभी लोग कल ८/३० बजे से २/२० तक तुलसी पौधा लगा सकते हैं ।कल ही चातुर्मास व्रत प्रारंभ होता है अपनी अपनी सामर्थ्य अनुसार व्रत कर सकते हैं ।नित्य तुलसी में जल चढ़ाने व दीपक जलाने से दरिद्रता दूर होती है और माता लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं । तुलसी में जल चढ़ाने से अखण्ड सौभाग्य प्राप्त होता है ।निम्न मंत्र का नित्य जप करें ।
महाप्रसादजननी सर्व सौभाग्यदायिनी।
विष्णु प्रीतिकरानित्यं सिंचयामि हरिप्रियाम्।।

डा नवीन चन्द्र जोशी प्राचार्य श्रीमहादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय देवलचौड हल्द्वानी

सादरंनमो नमः

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