Category: धार्मिक / आध्यात्मिक

इस देवता के दर्शन से मानी जाती है प्रयाग की यात्रा पूरी

  महातीर्थ प्रयागराज में स्थित नागवासुकी देवता का मन्दिर श्रद्धा का परम केन्द्र है प्रतिवर्ष लाखों भक्तजन यहाँ पहुंचकर नाग देवता का पूजन करते है प्रयागराज की धरती में माँ….

बिन्दुखत्ता के विन्देश्वर महादेव मंदिर में हुआ ध्वज पूजन, कल शुक्रवार से भव्य कलश यात्रा के साथ होगा श्री शिव महापुराण का शुभारम्भ प्रसिद्ध शिव भक्त पण्डित भागवत जोशी करेंगे कथा का वाचन, भक्तों में उल्लास

  बिन्दुखत्ता/ बिन्दुखत्ता के इन्द्रानगर द्वितीय में स्थित महाविन्देश्वर महादेव के मंदिर में श्रीशिव महापुराण कथा का आयोजन 14 फरवरी शुक्रवार से आरम्भ होनें जा रहा है। भक्तों ने आज….

माँ हाट काली के दर्शन कर लौटे लालकुआँ के श्रद्धालुओं ने गाये माँ की महिमां के गीत, रहस्य भरी गाथाओं को समेटे है शैल पर्वत की कालिका

  गंगोलीहाट।/ महाविद्याओंकी जननी हाटकाली की महिमा अपरंपार है देवी के इस दरबार में पहुंचकर लालकुआँ के भक्तजनों के समूह ने माँ काली के दर्शन कर श्रद्धा – पुष्प अर्पित….

राप्ती नदी के तट पर माँ गंगा की आराधना कर लोक मंगल की कामना की सत्य साधक” गुरु जी” ने, सोमवार की रात्रि किया हवन इसी नदी के तट पर कर चुके है दो हजार से अधिक हवन यज्ञ

  श्रावस्ती /राप्ती नदी के तट पर सोमवार रात्रि को सत्य साधक श्री विजेन्द्र पाण्डेय गुरुजी ने राष्ट्र की सुख समृद्धि व व मंगल कामना को लेकर यज्ञ किया इस….

हल्दूचौड़ का प्राचीन हनुमान मन्दिर: अटूट आस्था व भक्ति का एक चैतन्य धाम ,दर्शन मात्र से पूर्ण हो जाती हैं भक्तों की मनोकामनाएं भाभर के भूमिया देवता के रूप में भी पूजित हैं महावीर, आचार्य सतीश लोहनी ने कहा यहाँ की अद्भत शक्ति अपरम्पार

  हल्दूचौड़ क्षेत्र अन्तर्गत दुम्का बंगर उमापति गॉव स्थित प्राचीन हनुमान मन्दिर भक्तों की अटूट आस्था व भक्ति का एक चैतन्य एवं अलौकिक धाम के रूप में जाना जाता है….

सुंदर कांड पाठ व खिचड़ी भोज का आयोजन

  हल्दूचौड़। रिम्पी बिष्ट आज मंगलवार को शिव मंदिर सिंघल फार्म हल्दूचौड़ में द विजडम वर्कशॉप कोचिंग सेंटर हल्दूचौड़ ने माघ माह के पावन अवसर पर सुंदर कांड पाठ व….

महातीर्थ प्रयाग की महाशक्ति है यह देवी

  प्रयागराज में स्थित माँ ललिता देवी शक्तिपीठ प्राचीन काल से परम पूज्यनीय है देश के तमाम पावन शक्तिपीठों में इस शक्तिपीठ की गणना प्रमुखता के साथ की जाती है….

हजारों वर्षो से हमारी संस्कृति का हिस्सा है महाकुम्भ

भारतीय संस्कृति वैज्ञानिक दृष्टि तथा एक विचार के साथ विकसित हुई है।बारह ज्योतिर्लिंग, इक्यावन शक्ति पीठ,बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथपुरी, रामेश्वरम के चारों धाम के दर्शनों के अतिरिक्त हमारी संस्कृति में नदियों….

पौराणिक मन्दिरों एवं अलौकिक स्थलों की आभा से आलोकित है सम्पूर्ण तीर्थ क्षेत्र प्रयागराज

प्रयागराज ( उत्तर प्रदेश ), तीर्थों का भी तीर्थ अर्थात महातीर्थ प्रयाग जहाँ अपने गौरवशाली अतीत के लिए जग प्रसिद्ध है वहीं वर्तमान में सनातन धर्म, संस्कृति एवं ज्ञान के….

प्रयागराज जंक्शन में एकल दिशा प्लान से ही होगा प्रवेश और निकास

  *महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखकर लागू रहेगा रेलवे स्टेशन पर एकल दिशा प्लान* *तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुगम रेल यात्रा के लिए रेलवे ने किया है….