देहरादून। उत्तराखंड के लिए आज ऐतिहासिक दिन साबित हुआ। केंद्र सरकार ने टनकपुर (उत्तराखंड) से तख्त श्री नांदेड़ साहिब (महाराष्ट्र) तक नई ट्रेन सेवा शुरू करने की मंजूरी प्रदान की है। इस निर्णय ने न केवल उत्तराखंड के सिख समाज की लंबे समय से लंबित मांग को पूर्ण किया है, बल्कि धार्मिक पर्यटन और सांस्कृतिक एकता को भी नई दिशा दी है।
तख्त श्री नांदेड़ साहिब देश के पांच तख्तों में से एक है और सिख आस्था का अत्यंत पवित्र स्थल माना जाता है। अब उत्तराखंड के श्रद्धालुओं के लिए वहां तक पहुंचना पहले की तुलना में अधिक सुगम, सुरक्षित और सुविधाजनक हो सकेगा।
मुख्यमंत्री धामी ने जताया आभार
इस निर्णय पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त करते हुए कहा—
“यह निर्णय श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान है। यह केवल एक रेल सेवा नहीं, बल्कि उत्तराखंड और नांदेड़ साहिब के बीच आस्था, आध्यात्म और राष्ट्रीय एकता की कड़ी है।”
उन्होंने कहा कि यह रेल मार्ग तराई क्षेत्र से लेकर राज्यभर के श्रद्धालुओं को सीधा लाभ पहुंचाएगा।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगी गति
नई रेल सेवा से उत्तराखंड धार्मिक यात्रा के राष्ट्रीय परिदृश्य में और अधिक मजबूती के साथ उभरेगा। विशेषज्ञों के अनुसार इसका प्रभाव—धार्मिक पर्यटन में वृद्धि व्यापारिक आवाजाही में सुधार राज्यों के बीच सामाजिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को मजबूती परिवहन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन के रूप में देखा जाएगा।
प्रधानमंत्री के विज़न का हिस्सा
सरकार का यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आस्था पथ से विकास तक’ दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करता है, जिसके अंतर्गत देशभर में धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों को रेल—हवाई—सड़क नेटवर्क से सशक्त रूप से जोड़ा जा रहा है।
एक ऐतिहासिक शुरुआत
टनकपुर–नांदेड़ नई रेल सेवा से अब श्रद्धालु न केवल गुरबाणी, आध्यात्म और गुरु परंपरा से जुड़ सकेंगे, बल्कि उत्तराखंड देश के धार्मिक मानचित्र में और अधिक प्रमुख रूप से स्थापित होगा।
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