लालकुआँ में निकाली गयी भव्य निशान यात्रा, जय श्री श्याम की धुन में झूमे भक्त

ख़बर शेयर करें

 

लालकुआँ के गुरुद्वारा के समीप से श्री श्याम भक्तों ने भव्य निशान यात्रा निकालकर समूचे क्षेत्र में आध्यात्मिक आभा का अलौकिक रंग बिखेरा क्षेत्र का वातावरण जय श्री श्याम के नारों से गुजांयमान रहा इस दौरान क्षेत्र के तमाम भक्तों व श्याम प्रेमियों ने निशान यात्रा में भाग लेकर बाबा का गुणगान किया

 

उल्लेखनीय है कि श्री श्याम बाबा का भव्य संकीर्तन व आज लालकुआँ के इण्टर कालेज में आयोजित हो रहा है जिसमें प्रसिद्ध श्याम भजन गायक अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे कार्यक्रम को भव्य स्वरूप देने के लिए भक्तों ने भव्य निशान यात्रा निकाली
इस अवसर पर श्याम भक्तों ने कहा अपने आराधना के श्रद्वापुष्प अर्पित करते हुए कहा बाबा श्री श्याम की महिमा अपरंपार है जो भी प्राणी इनकी शरणागत होता है उसके समस्त संकटों का हरण हो जाता है उन्होंने कहा श्री श्याम बाबा की महिमा का वर्णन अतुलनीय है। अर्थात् उसकी कहीं भी तुलना नहीं की जा सकती है। समस्त तुलनाओं से परे श्री श्याम बाबा की महिमा का वर्णन कर पाने में वसुंधरा में कोई भी सक्षम् नही है। उनकी महिमाओं का दिव्य लीलाओं का बखान समय-समय पर अनेक भक्तजनों ने लोक कल्याणार्थ मंगलकामनाओं के लिए अपने-अपने शब्दों में किया है। किन्तु वे शब्दों से भी परे हैं। कलियुग के संतापों से प्राणी मात्र का उद्दार करने के लिए उनका अक्तरण इस भू-धरा पर हुआ है। योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण ने स्वयं ही अपने मुखारबिन्दु से अपने श्याम स्वरूप को कलिकाल का तारणहार बताते हुए कहा है कि जो भी प्राणी अपनी अराधना के श्रद्धापुष्प श्री श्याम चरणों में अर्पित करेगा। उसके रोग, शोक, दुःख, दरिद्र एवं विपदाओं का हरण हो जायेगा। समस्त लोकों में वह पुरूष सर्वत्र ही पूज्यनीय होगा। इसमें तनिक भी संदेह नही है। स्वयं योगश्वर भगवान श्री कृष्ण का यह वचन आध्यात्म प्रेमी भक्तजनों के लिए उनका द्वारा दिया गया अनुपम उपहार है। इसलिए कलियुग में श्री श्याम परम आस्था व श्रद्धा के साथ पूज्यनीय है।