मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड चहुंमुखी विकास की ओर अग्रसर है: तरुण पन्त

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+ बड़बोले नेताओं को विपक्ष का टूल बनकर अपनी ही सरकार को कमजोर न करने की तरुण पन्त ने दी नसीहत

हल्द्वानी ( नैनीताल )।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल एवं सशक्त नेतृत्व में उत्तराखण्ड चहुंमुखी विकास की राह पर तेजी के साथ अग्रसर है और मुख्यमंत्री श्री धामी इस राज्य को देश का सर्वाधिक उन्नत राज्य बनाने को कृत संकल्प हैं। यह बात यहाँ लामाचौड़ में आयोजित एक सम्मेलन में धामी सेना के अध्यक्ष तरुण पन्त ने कही । उन्होंने कहा कि श्री धामी एक ऊर्जावान, दूरदर्शी व संवेदनशील मुख्यमंत्री हैं और राज्य की जनता की खुशहाली को लेकर अत्यधिक गम्भीर हैं।
तरुण पन्त ने कहा कि ऐसे ऊर्जावान मुख्यमंत्री की सेवाओं की इस राज्य को कम से कम दस साल तक जरूरत है। फिलहाल वर्ष 2032 तक वही मुख्यमंत्री बने रहेंगे ।
उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन के सूत्रों की मानें तो राज्य का अगला विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा । पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट भी इस बात पर मोहर लगाते नजर आ रहे हैं। तरुण पन्त ने कहा कि जिस तरह से केन्द्रीय नेतृत्व खासतौर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बार – बार मुख्यमंत्री धामी के कार्यों की सराहना एवं प्रशंसा की जाती रही है, उससे यह पुष्टि हो जाती है कि केन्द्रीय नेतृत्व ने राज्य का अगला 2027 का चुनाव श्री धामी के नेतृत्व में ही लड़ने का मन बना लिया है ।
तरुण पन्त ने भाजपा के कुछ नेताओं के बड़बोलेपन को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि ऐसे नेता अपनी ही पार्टी को नुकसान पहुंचाने की असफल कोशिशो में लगे हुए हैं। उन्होंने बड़बोले नेताओं को विपक्षियों का टूल बनने की भूल से बचने की नसीहत देते हुए कहा कि राज्य के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए सभी नेताओं को पार्टी अनुशासन का पालन करना चाहिए ।
बताते चलें कि धामी सेना देव भूमि उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष तरुण पंत इन दिनों जगह- जगह धामी सेना के सम्मलेन आयोजित कर लोगों को राज्य की विकास यात्रा में किसी न किसी रूप में अपनी भूमिका तय करने को प्रोत्साहित करते आ रहे हैं । श्री पन्त का कहना है कि बीजेपी मे सीएम बनने की चाहत पाले कुछ नेताओं को यह समझना होगा कि बेहतर काम के दम पर ही लक्ष्य हासिल किया जा सकता है, न कि अपनी ही सरकार के खिलाफ अनाप- सनाप बयान देकर । अपनी ही सरकार को कमजोर कर के सी एम बन जाने की परम्परा अब खत्म हो चली है, जन भावनाओं के अनुरूप सक्षम व्यक्ति स्वतः ही पार्टी में आगे आता है।
बहरहाल सूत्र बताते है कि पार्टी अनुशासन से खिलवाड़ करने वाले ऐसे नेताओं को पार्टी नेतृत्व द्वारा बड़बोलेपन से दूर रहने की नसीहत के साथ ही चेतावनी भी दी गई है ।

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