पूर्णिमां की निर्मल आभा में बरबस याद आते है, पूज्य गुरुदेव
अतुलनीय सतों में एक थे,ब्रहमलीन संत महामण्डलेश्वर बाल कृष्ण यति महाराज* बेरीपड़ाव ।सनातन धर्म में जब जब सत्य व धर्म की रक्षा के लिए संतों के योगदान की चर्चा….
अतुलनीय सतों में एक थे,ब्रहमलीन संत महामण्डलेश्वर बाल कृष्ण यति महाराज* बेरीपड़ाव ।सनातन धर्म में जब जब सत्य व धर्म की रक्षा के लिए संतों के योगदान की चर्चा….
भक्ति माई के नाम से भी है जगत में है प्रसिद्ध नौकुचियाताल / आध्यात्मिक जगत की महान् विराट विभूति ,लोक मंगलकारी कर्मो का सृजन करके निष्काम कर्म की प्रेरणा देकर….
देश के प्रसिद्ध विष्णु मदिरों में एक है यह मंदिर उत्तराखण्ड में कुमाऊँ क्षेत्र के जनपद अल्मोड़ा के अन्तर्गत डोल क्षेंत्र में स्थित भगवान विष्णु का पौराणिक मन्दिर रहस्य, रोमांच,आस्था….
माँ काली व माँ भद्रकाली से पूर्व माँ के जिस स्वरुप का शब्दों के माध्यम से स्मरण किया जाता है वह नाम है जयंती अर्थात् माँ जयंती और माँ जयंती….
कल १०जुलाई रविवार को देवशयनी एकादशी व्रत होगा कल से ही चातुर्मास व्रत प्रारंभ होता है।कल के दिन घरों पवित्र स्थान में तुलसी पौधे का रोपण किया जाता है….
हिमालय की गोद में स्थित उत्तराखण्ड़ प्रकृति की अनमोल धरोहर है यह पावन भूमि युगों – युगों से आस्था भक्ति व साधना का संगम रही है देवता , ऋषि….
*वर देने वालों को भी वरदान देती है,माँ बगुलामुखी* *श्री शिव,श्रीविष्णु,श्रीराम,श्री कृष्ण,श्रीश्याम,भगवान परशुराम,गुरु द्रोणाचार्य ने भी किया था,माँ बगलामुखी देवी अर्थात मॉं पीताम्बरी का पूजन* बगलामुखी देवी को ही….
प्रसिद्ध शक्ति स्थल सुरकण्डा देवी जहाँ गिरा माँ सती का सिर उत्तराखण्ड की धरती में जनपद टिहरी गढ़वाल के अन्तर्गत स्थित माँ सुरकन्डा देवी का दरबार प्राचीन काल से आस्था….
माँ की विराट लीलाओं का वर्णन अद्भुत है इनकी महिमा अपरंपार है जयंती मंगला काली भद्रकाली का एक भव्य स्वरूप काली शीला व कालीमठ में देखने को मिलता….
देवभूमि उत्तराखण्ड की धरती पर शिवालयों एवं शक्तिपीठों की लंबी श्रृंखलाएं मौजूद है दूर चोटियों पर स्थित तमाम मन्दिर पौराणिक काल से महान् आस्थाओं के केन्द्र है इन्हीं आस्थाओं….