Category: धार्मिक / आध्यात्मिक

उत्तराखंड भ्रमण पर निकला बाबा विश्वनाथ मां जगदीशिला के डोले का लालकुआं में श्रद्धालुओं ने किया भव्य स्वागत

लालकुआं। उत्तराखंड भ्रमण पर रवाना हुई बाबा विश्वनाथ मां जगदीशिला डोली यात्रा बाबा विश्वनाथ मां जगदीशिला डोली यात्रा ने अपने 23वें वर्ष में प्रवेश करते हुए लाल कुआं नगर में….

संसार का महातीर्थ है यह पर्वत

  धारचूला(पिथौरागढ़)/सम्पूर्ण विश्व ही नहीं बल्कि अनन्तकोटी ब्रहमाण्ड़ में परम पूज्यनीय देवाधिदेव महादेव जी का आवास स्थल कैलाश पर्वत सनातन संस्कृति की सबसे अनमोल धरोहर है।यह पावन पर्वत युगों युगों….

सूर्या देवी की महिमां अपरम्पार

गौलापार,/हल्द्वानी/सूर्या देवी की महिमां स्थानीय जनमानस में काफी लोकप्रिय है, दूर-दराज क्षेत्रों से भी भक्तों का आवगमन यहाँ लगा रहता है, नवरात्रि व वट सावित्री को भक्तों की खासी भीड़….

महादुर्लभ रहस्य: पुराणों में वर्णित माँ बंगलामुखी का सबसे प्राचीन स्थल उत्तराखण्ड की धरती में गुमनामी के साये में गुम: पढ़िये इस महागुप्त रहस्य को

    देवभूमि उत्तराखण्ड की धरती पर स्थित बगलाक्षेत्र युगों-युगों से परम पूज्यनीय है दस महाविद्याओं में से एक माँ बंगलामुखी का भूभाग पवित्र पहाड़ों की गोद में स्थित एक….

उत्तराखंड की धरती में यहां स्थित है कुबेरेश्वर महादेव

  भगवान कुबेर का जिक्र महादेव जी के परम भक्तों में आता है कुबेर को ही इस संसार का वित्त मंत्री कहा जाता है उत्तराखंड की धरती में जागेश्वर धाम….

इस रहस्यलोक की कथा और इस कीर्तिशाली राजा का चरित्र सुननें से होता है पितरों का उद्धार ऐसा रहस्यलोक सिर्फ और सिर्फ उत्तराखण्ड की धरती में

  *भुवनेश्वर की कथा के श्रवण से होता है पितरों का उद्वार* *कीर्तिशाली राजा ऋतुपर्ण का चरित्र सुनने व पाताल भुवनेश्वर की महिमा का बखान करने वाले व्यक्ति के इक्कीस….

शिव भक्तों के लिए सौगात भरा है आज का दिन

      💥ॐ नमः शिवाय🌹💥*/ (स्कंद पुराण के महेश्वर खंड में वर्णित प्रदोष महात्म्य का वर्णन)( आज शुक्रवार को है प्रदोष व्रत) *💥प्रदोष काल में स्नान करके मौन रहना….

देवताओं के गुरु बृहस्पति आप सभी का मंगल करें, महा मंगल को प्रदान करनें वाला विश्व का अनोखा मंदिर जनपद नैनीताल में

ओखलकाड़ां।(नैनीताल)देवात्मा हिमालय के महत्व व उसकी महिमां का वर्णन अनन्त है यह पावन भूमि सनातन काल से तपस्पियों की तपस्या का केन्द्र रहा है ऋषि मुनियों ने ही नही बल्कि….

रहस्यः महाभारत के सबसे महाप्रतापी योद्धा ने उत्तराखण्ड में यहाँ की शिव की आराधना

कर्णप्रयाग(चमोली) अंगराज कर्ण की तपोभूमि कर्णप्रयाग का आध्यात्मिक महत्व सदियों से आस्था व भक्ति का संगम है। देवात्मा हिमालय के ऑचल में स्थित कर्णप्रयाग में अलकनन्दा व पिण्डर नदी कल-….

जय हो देवभूमि उत्तराखण्ड़ की

नगाधिराज हिमालय का अपार सौन्दर्य उससे निकलने वाली सदाप्रवाह जीवनदायिनी नदियों का प्रवाह, वनों का फैलाव, मनमोहक वादियां किसी भी पर्यटक का मन मोहने में पूर्णतया सक्षम है, इन पहलुओं….