लालकुआं। यहां अष्टादश भुजा महालक्ष्मी मंदिर में आयोजित ग्यारह दिवसीय संगीतमय शिव महापुराण के छठे दिवस के अवसर पर व्यास पंडित शशांक भारद्वाज ने शिव कथा का महत्व सुनाया।
बुधवार को छठे दिन की कथा के दौरान व्यास पं शशांक भारद्वाज ने कहा की शिव पुराण सभी पुराणों में सबसे महत्वपूर्ण है। इसे सुनने से ही पाप कट जाते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान शिव त्याग तपस्या और करुणा की मूर्ति है। रुद्राक्ष भगवान शिव का साक्षात स्वरूप है। वह जीवन में उर्जा का एक सुरक्षा कवच बन कर मनुष्य का कल्याण करता है। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति शिव भगवान की पूजा बेल पत्री के पत्तों से करता है उसका जीवन धन्य हो जाता है। इस मौके पर मंदिर के व्यवस्थापक एवं वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी सोमेश्वर यति महाराज ने ने बताया कि सोमवार 21 जुलाई को पूर्णाहुति के मौके पर हवन यज्ञ का आयोजन किया जायेगा। इसके बाद भव्य भंडारे के साथ शिव महापुराण कथा का पारायण होगा। उन्होंने इस आयोजन में क्षेत्रवासियों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील भी की। इस दौरान मुख्य यजमान अनिल अग्रवाल और रेखा अग्रवाल, यहां मौजूद ट्रस्टियो में अशोक मित्तल, सुरेश मित्तल, उमेश वाष्र्णेय, भूमेश अग्रवाल, अनिल मित्तल, कमल द्विवेदी, अंजनी तिवारी और मोहन पांडे समेंत सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
फोटो परिचय- शिव महापुराण कथा का वाचन करते कथा व्यास एवं उपस्थित श्रद्धालु



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