सुनैना के रूप में इस समाज सेविका ने किया शानदार अभिनय, दर्शकों ने की सर्वत्र सराहना, देखिये वीडियो

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लालकुआँ नगर में इन दिनों श्री रामलीला मंचन बेहद आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है दूर- दूर से यहाँ पहुंचकर श्री राम भक्त प्रभु श्री राम की लीला का आनन्द ले रहे है सभी पात्र अपनें अभिनय का शानदार प्रदर्शन कर रहे है माता सीता की माता सुनैना के रूप में नगर की वरिष्ठ समाज सेविका मीना रावत ने अपनें शानदार अभिनय से दर्शकों को भाव विभोर कर दिया दर्शकों के बीच उन्होंनें अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ी उन्होंनें माता सीता को विदाई के समय अपनी सुन्दर चौपाईयों से मधुर आवाज में गृहस्थ जीवन की जो शिक्षा दी अभिनय के उस अंदाज से दर्शक भाव – विभोर हो उठे

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यहाँ यह बताते चलें की सुनयना रामायण की एक प्रमुख पात्र थीं। वे सीता और उर्मिला की माता और मिथिला के राजा जनक की धर्म पत्नी थीं। कहा जाता है कि वे वे मूलत: नाग राजा कन्या थीं। उनके पिता नागों के राजा शेषनाग थे और माता नागलक्ष्मी थीं।
बैकुंठ में जब भगवान विष्णु क्षीर सागर छोड़कर आते थे तो माता लक्ष्मी शेषनाग को उनकी कलाई पर बांध देती थीं। एक दिन माता लक्ष्मी ने उनके हाथ पर शेषनाग को थोड़ा कसकर बांध दिया। इससे शेषनाग को बहुत पीड़ा हुई और उनके नेत्रों से दो अश्रु निकले। पहले अश्रु से सुनयना का जन्म हुआ और उनका विवाह राजा जनक से किया गया।

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