उत्तराखण्ड में पंचायतों की कार्यावधि पूर्ण, प्रशासकों के हवाले राज- काज+++ शानदार व यादगार रहा निवर्तमान ग्राम प्रधान हरेन्द्र असगोला का कार्यकाल कड़ी मेहनत एवं ईमानदारी से जनसेवा कर ग्राम पंचायत बमेठा बंगर केशव को दिलाई हल्द्वानी विकासखण्ड में एक नई पहचान

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+ निर्विवाद व निर्विघ्न कार्यकाल पूर्ण होने पर ग्राम पंचायत वासियों से लगातार मिले सहयोग के लिए श्री असगोला ने जताया आभार
+ जनता का आदेश हुआ तो पंचायत की अगली पारी खेलने का दोहराया संकल्प, जनता के आशीर्वाद को लेकर हैं आश्वस्त

हल्दूचौड़ ( नैनीताल ), उत्तराखण्ड में ग्राम पंचायतों की कार्यावधि पूर्ण होने के साथ ही जहाँ पचायतों का राज-काज प्रशासकों के हवाले कर दिया गया है, वहीं अगले पंचायत चुनावों की सम्भावना को लेकर भी राज्यभर में हलचल तेज हो चली है। आम जनता में भी निवर्तमान पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों के आधार पर अगले सम्भावित प्रतिनिधियों पर भी चर्चा चल पड़ी है।

राज्य में निकट भविष्य में सम्भावित पंचायती चुनावों के मद्देनजर ” शैल शक्ति ” समाचार पोर्टल की टीम द्वारा निवर्तमान पंचायत प्रतिनिधियों खासकर ग्राम पंचायतों के प्रधानों के लोक व्यवहार, विकास कार्यों, उपलब्धियों एवं जन स्वीकार्यता को लेकर एक जमीनी सर्वे अभियान शुरु किया गया है, ताकि भविष्य में होने वाले पंचायत चुनावों में लोग अपने नये पंचायत प्रतिनिधियों का चुनाव सावधानी के साथ कर सके।
सर्वे अभियान का शुभारम्भ हल्द्वानी विकास खण्ड अन्तर्गत ग्राम पंचायत बमेठा बंगर केशव से की गयी है। इस ग्राम पंचायत के निवर्तमान ग्राम प्रधान हरेन्द्र असगोला ने आज अपने पंचवर्षीय कार्यकाल के आखिरी दिन यहाँ नारायणपुरम स्थित सामुदायिक भवन सभागार में मीडिया से बातचीत करते हुए अपना 2019- 20 24 का पंचायत कार्यकाल पूर्ण होने की विधिवत घोषणा की । इस मौके पर उपस्थित ग्राम पंचायत बमेठा बंगर केशव के अनेक निवासियों ने निवर्तमान ग्राम प्रधान हरेन्द्र असगोला के बीते पाँच सालों के कार्यकाल को बहुत ही शानदार, यादगार एवं अभूतपूर्व बताते हुए हरेन्द्र असगोला द्वारा किये गये विकास कार्यों की मुक्त कंठ से सराहना की। जागरूक ग्रामीणों का कहना था कि हरेन्द्र असगोला ने शुरू से ही ग्राम पंचायत की जन -भावना के अनुरूप कड़ी मेहनत व पूरी ईमानदारी के साथ समर्पण भाव से कार्य करना आरम्भ किया और पूरे समय में उनका यही कार्य- व्यवहार देखा गया। ग्रामीणों ने बताया कि श्री असगोला ने ग्राम पंचायत की भौगोलिक वस्तु स्थिति को देखते हुए विकास की जमीनी जरूरतों को समझा और उसी के अनुरूप तमाम विकास कार्य योजनाओं को धरातल पर उतारा ।
बमेठा बंगर केशव के ग्रामीणों का यह भी कहना था कि हरेन्द्र असगोला के विकास को लेकर स्पष्ट एवं व्यावहारिक विजन का ही परिणाम है कि वर्तमान में समूचे हल्द्वानी विकास खण्ड में उनकी ग्राम पंचायत की अपनी एक अलग ही पहचान बन चुकी है । उन्होंने बताया कि पंचायत प्रतिनिधि यदि कर्मठ, जुझारु और ईमानदार होने के साथ ही जन भावनाओं का सम्मान करने वाला हो तो, ग्रामीण क्षेत्रों में सुनियोजित विकास को अवश्य गति मिलती है और हरेन्द्र असगोला जैसे समर्पित जन प्रतिनिधि के नेतृत्व में ग्राम पंचायत बमेठा बंगर केशव आज हल्द्वानी विकासखण्ड में इसका एक अनूठा उदाहरण माना जाता है।
इस मौके पर प्रधान,ग्राम पंचायत के रूप में अपने कार्यकाल को सफल, निर्विवाद व निर्विघ्न बताते हुए हरेन्द्र असगोला ने कहा कि पंचायत वासियों के लगातार सहयोग से ही यह सब सम्भव हो पाया । श्री असगोला ने विकास कार्यों में ग्रामीणों की सकारात्मक एवं सहयोगपूर्ण भूमिका के लिए उनका आभार जताया ।

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राज्य में जल्द सम्भावित अगले पंचायत चुनावों में भूमिका को लेकर पूछे जाने पर हरेन्द्र असगोला ने कहा कि ग्राम पंचायतें सभी मूलभूत व आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण बन सकें तथा समाज में परस्पर सहयोग, सामन्जस्य एवं सद्भाव का वातावरण बने, इसी उद्देश्य से वह चुनावी राजनीति में आये । श्री असगोला ने कहा कि पांच वर्षों में अपनी ग्राम पंचायत बमेठा बंगर केशव को एक आदर्श ग्राम पंचायत बनाने की दिशा में जो कुछ भी वह कर पाये, सभी लोग जानते हैं । उन्होंने कहा कि आगे और भी बहुत कुछ किया जाना बांकी है । ऐसे में ग्राम पंचायत के सम्मानित मतदाताओं का यदि आदेश हुआ तो वह जन भावनाओं का सम्मान करते हुए अवश्य ही अगली पारी खेलने को तैयार रहेंगे। हरेन्द्र असगोला ने कहा कि अपनी ग्राम पंचायत की जनता का स्नेह व आशीर्वाद को लेकर वह पूरी तरह आश्वस्त हैं।

बीते पांच वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों के बाबत पूछे जाने पर हरेन्द्र असगोला ने कहा कि तकरीबन डेढ़ से दो साल का समय कोरोना महामारी की भेंट चढ़ गया, बावजूद इसके ग्राम पंचायत की दशा व दिशा बदलने के लिए उन्होंने जो भी सम्भव प्रयास किये, सभी को मालूम हैं।
स्थानीय ग्रामीणों की उपस्थिति में विकास कार्यों का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए हरेन्द्र असगोला ने कहा कि उनकी ग्राम पंचायत में तीन गॉव क्रमशः बमेठा बंगर केशव, हरिपुर बच्ची और राधा बंगर गरवाल शामिल हैं। तीनों ही गाँवों में बिना किसी भेदभाव के समान रूप से विकास कार्य कराए गये। उन्होंने कहा कि वर्षों से क्षतिग्रस्त व जर्जर पंचायत भवन, सामुदायिक भवन तथा इन्दिरा आवास कालोनी स्थित दीन दयाल उपाध्याय सभागार का सौन्दर्यीकरण कर उनका जन हित में उपयोग कराया, पूर्व क्षेत्रीय विधायक नवीन दुम्का के सहयोग से किसानों की फसलों को जंगली जानवरों से बचाने हेतु जंगल से सटे क्षेत्रों में सोलर फैन्सिंग का कार्य कराया और किसानों को राहत दिलाई । श्री असगोला ने कहा कि इससे पूर्व जंगली जानवरों द्वारा फसलों का नुकसान आम बात हो गयी थी।
हरेन्द्र असगोला ने आगे कहा कि ग्राम हरिपुर बच्ची तथा ग्राम राधा बंगर में वर्षों से खराब पड़ी सिंचाई गूलों का निर्माण करवा कर स्थानीय किसानों की बहुत बड़ी समस्या से निजात दिलाई ।

हरेन्द्र असगोला ने बताया कि ग्राम पंचायत में सी सी सड़क व सम्पर्क मार्गों का बड़े पैमाने पर निर्माण कराने के साथ ही पूरी ग्राम पंचायत को अवारा पशुओं के नुकसान से बचाने हेतु ताड़ बाड़ का निर्माण भी कराया गया। उन्होंने कहा कि 8.50 लाख रुपये की लागत से यह कार्य किया गया और हल्द्वानी विकास खण्ड की यह पहली और एकमात्र ग्राम पंचायत है , जहाँ यह कार्य सम्भव हो पाया। उन्होंने कहा कि बड़े प्रयासों के बाद ही विभाग से ताड़बाड़ व जाल आदि के लिए लोहे के एंगल प्राप्त किये गये और बहुत सारा कार्य ग्रामीणों के श्रमदान के जरिये सामूहिक रूप से सम्पन्न कराया गया।
हरेन्द्र असगोला ने बड़े ही सन्तोष भाव एव श्रद्धाभाव के साथ बताया कि स्व० राधापति गरवाल के नाम से जिस गाँव का नाम राधा बंगर पड़ा, उनकी पावन स्मृति को जीवन्त करने के उद्देश्य से गॉव में ” स्व० राधापति गरवाल स्वागत एवं सुरक्षा द्वार ” का निर्माण करवाया। इसके अलावा आपदा कालोनी में धारचूला से विस्थापित लगभग 40 परिवारों की पेयजल की समस्या को देखते हुए गॉव में सोलर हैण्ड पम्प का निर्माण करवाया गया।
हरेन्द्र असगोला ने बताया कि अपने कार्यकाल में जल जीवन मिशन के तहत दो महत्वपूर्ण योजनाएं धरातल पर उतारने में वह सफल रहे । इसके तहत 3.5 करोड़ की लागत से दो ओवर हैड टैंक- पहला राधा बंगर गरवाल में और दूसरा नारायणपुरम कालोनी में निर्मित किये गये। इसी के साथ राधा बंगर में एक ट्यूबवेल बनवाया, जो राधा बंगर गॉव के साथ-साथ हरिपुर बच्ची गाँव की पानी की समस्या दूर कराने के लिए नितान्त आवश्यक था, जबकि दूसरा ट्यूबवेल बमेठा बंगर केशव में निर्मित करवाया । इन योजनाओं में लगभग 6 करोड़ रुपये की लागत आई ।
श्री असगोला ने कहा कि पूरी ग्राम पंचायत में जगह-जगह पथ प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित करवाई । यद्यपि कुछ स्थानों पर पथ प्रकाश की व्यवस्था अभी होनी है, लेकिन निकट भविष्य में यह कार्य योजना सम्पूर्ण कराई जायेगी।
श्री असगोला ने बताया कि इन्दिरा आवास कालोनी में 14 फिट की सड़क को 28 फिट चौड़ी कराने के साथ ही जिला योजना में यहाँ एक रिचार्ज पिट भी बनवाया गया जबकि एक अन्य रिचार्ज पिट नारायणपुरम कालोनी में बनवाया गया। दोनों पिटों में 6 लाख रुपए की लागत आयी ।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में 60 सोख्ते भी बनवाये गये, ताकि बरसाती पानी से भूजल रिचार्ज में मदद मिल सके । इसी के साथ इन्दिरा आवास कालोनी में हाइवे किनारे एक सार्वजनिक शौचालय भी बनवाया गया । पूरी पंचायत में जगह-जगह सोलर स्ट्रीट लाइट्स व विद्युत पोल भी लगवाये गये , जहाँ रह गये वहां भविष्य में प्रस्तावित हैं।

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यहाँ बताते चलें कि कर्मठ, ईमानदार व सुशिक्षित युवा जन प्रतिनिधि हरेन्द्र असगोला का सामाजिक कार्यों के प्रति बचपन से ही लगाव रहा है। मूलरूप से धारी विकासखण्ड अन्तर्गत अनर्पा गांव के रहने वाले हरेन्द्र असगोला की प्रारम्भिक शिक्षा-दीक्षा पन्तनगर से हुई जबकि उच्च शिक्षा हल्द्वानी एम बी पी जी से प्राप्त की। इनके पिता रघुबीर सिंह असगोला पन्तनगर विश्व विद्यालय में सेवारत थे और वर्तमान में सेवा निवृत्त होकर धार्मिक गतिविधियों में ही ज्यादा समय व्यतीत करते हैं। जबकि माता श्रीमती पुष्पा असगोला एक धर्मपरायण गृहिणी रही हैं और अपनी संस्कृति एवं परम्पराओं को लेकर सदैव सजग रहती हैं। बचपन से ही माता-पिता के संरक्षण व मार्ग दर्शन में हरेन्द्र असगोला का सामाजिक कार्यों में रुचि रही। परिवार में धार्मिक व आध्यात्मिक वातावरण का प्रभाव इनके नित्य जीवन के कार्य व्यवहार में देखा जा सकता है।
ग्राम प्रधान चुने जाने से पूर्व श्री असगोला ने कुछ समय जॉब भी किया और सात-आठ साल तक अपना निजी व्यवसाय भी किया । लम्बे समय से वह क्षेत्र के लोकप्रिय नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल के अनुयायी रहे हैं। उन्हीं की प्रेरणा से राजनीति में कदम रखा और श्री दुर्गापाल को ही अपना आदर्श मानते हैं। यद्यपि हरेन्द्र असगोला किसी भी पार्टी के सक्रिय सदस्य नहीं हैं, लेकिन हरीश चन्द्र दुर्गापाल का क्षेत्र के विकास में योगदान को देखते हुए उनसे अत्यधिक प्रभावित व प्रोत्साहित रहे हैं।
राजनीतिक गतिबिधियों के अलावा हरेन्द्र असगोला सामाजिक, धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजनों में भी शुरू से ही अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज कराते आये हैं। समय-समय पर अपनी ग्राम पंचायत में आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड आदि बनवाने के लिए कैम्प लगाते आये हैं । इसके अलावा 5-6 सालों में कई हैल्थ कैम्प लगवाकर हजारों लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार में मदद भी करवाई है।
नारायणपुरम कालोनी स्थित सामुदायिक भवन का उपयोग पंचायत भवन के रूप में करते हुए श्री असगोला द्वारा यहाँ से जनहित के तमाम कार्यक्रम किये जाते रहे हैं। चूंकि पंचायत भवन में आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है, इसलिए सामुदायिक भवन का पूर्ण सौन्दर्यीकरण करवा कर तथा सभी सुविधाओं से पूर्ण कर इसका जनहित में बेहतर उपयोग करते आ रहे हैं।
हरेन्द्र असगोला के प्रयासों से ही इस सामुदायिक भवन में प्रतिवर्ष 15 अगस्त व 26 जनवरी को पूरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और बच्चों को संस्कृति व राष्ट्र प्रेम के लिए प्रेरित किया जाता है। इन कार्यक्रमों की सबसे अहम विशेषता यह है कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर क्षेत्र की सबसे बुजुर्ग महिला से ध्वजा रोहण कराया जाता है, जबकि 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर बाहर से किसी जनप्रतिनिधि अथवा समाज सेवी को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित कर उनसे ध्वजारोहण करवाया जाता है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ऐसे कार्यक्रमों में राष्ट्रीय ध्वज को चढ़ाने और उतरवाने का कार्य सेवा निवृत्त सैनिकों द्वारा ही किया जाता है, ताकि यह पावन कार्य विधिवत व नियमानुसार हो सके और राष्ट्रीय ध्वज की मर्यादा अक्षुण्ण रखी जा सके
कुल मिलाकर निवर्तमान ग्राम प्रधान हरेन्द्र असगोला अपनी ग्राम पंचायत के साथ-साथ क्षेत्र के लिए बहुत कुछ करने का सपना लेकर लगातार सक्रिय रहे हैं। उनका स्पष्ट कहना है कि आने वाले समय में यदि जनता चाहेगी तो वह जनसेवा के निमित्त एक बार पुनः पंचायत चुनावों में उतरकर जनता का आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करेंगे।
मदन जलाल मधुकर

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