देहरादून/ कर्तव्य में कुशाग्रता, आचरण में पवित्रता, मन में एकाग्रता व निष्काम कर्म योगी की भांति अपने कर्तव्य का पालन करनें के लिए एक बेहतर आदर्श के रूप में प्रसिद्ध उत्तराखण्ड पुलिस के तेज तर्रार डीजीपी अभिनव कुमार ने दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊँची चोटी माउंट अकोंकागुआ के आरोहण हेतु जा रहे उत्तराखण्ड पुलिस एसडीआरएफ के आरक्षी राजेन्द्र नाथ को फ्लैग ऑफ किया इस अवसर आई जी एसडीआरएफ श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल ने भी आरक्षी राजेन्द्र को शुभकामनाएं दी
पुलिस महानिदेशक श्री अभिनव कुमार ने राजेन्द्र नाथ को उनके सफल पर्वतारोहण अभियान के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पर्वतारोहण एक साहसिक खेल है और एसडीआरएफ के प्रत्येक सदस्य के लिए ऐसे साहसिक खेलों का विशेष महत्व है इसलिए समय-समय पर ऐसे साहसिक खेलों में प्रतिभाग करनें हेतु कर्मियों को प्रोत्साहित किया जाता है एसडीआरएफ कर्मियों द्वारा क्याकिंग, राफ्टिंग, ट्रैकिंग पर्वतारोहण इत्यादि साहसिक खेलों में प्रतिभाग कर अपनी व्यवसायिक दक्षता बढ़ाने का निरन्तर प्रयास किया जाता है
आईपीएस एसडीआरएफ आईजी श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल ने भी आरक्षी राजेन्द्र नाथ को शुभकामनाएं प्रदान करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की
उन्होंने कहा पर्वतारोहण जटिल व्यक्तिगत प्रयास से ही संभव है इसके लिए दृढ़ इच्छा शक्ति का होना भी आवश्यक है श्रीमती अग्रवाल ने कहा प्राकृतिक भव्यता के साथ संपर्क का यह एक भव्य माध्यम है पर्वतारोहण में शारीरिक और आध्यात्मिक संतुष्टि भी निहित है।
उल्लेखनीय है, कि आरक्षी राजेन्द्र नाथ द्वारा पूर्व में भी अनेक कीर्तिमान स्थापित किये गए है। उनके द्वारा विगत वर्षों में चंद्रभागा-13 (6264 मीटर), डीकेडी-2 (5670 मीटर), माउंट त्रिशूल (7120 मीटर) माउंट गंगोत्री प्रथम (6672 मीटर), माउंट श्रीकंठ (6133 मीटर), माउंट बलज्यूरी (5922 मीटर), माउंट बंदरपूंछ (5500 मीटर), यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी फतह की गयी
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