(विवेक रंजन श्रीवास्तव-विनायक फीचर्स)
गणतंत्र दिवस सामूहिकता में व्यक्ति की शक्ति का प्रतीक है। आज अपना देश दुनियां में प्रत्येक क्षेत्र में यश अर्जन कर रहा है । ऐसे समय में देश में हमारा परस्पर सहयोग तथा व्यवहार विश्व देखता है और उसकी व्यापक स्तर पर चर्चा होती है । भारतीय रुपए की ही नहीं , योग , ज्योतिष , ज्ञान , विज्ञान और जीवन मूल्यों की वैश्विक स्थापना हेतु हमारी पीढ़ी की सजग लोकचेतना जरूरी है। गणतंत्र दिवस पर यही कामना है कि भारतीय जन मानस की मूल राष्ट्र प्रेमी जीवन शैली और आपसी सद्भाव देश की ताकत बने । संकुचित मानसिकता का प्रदर्शन , धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण देश हित में नहीं है। देश संविधान से चलते हैं , संविधान का राष्ट्रीय पर्व ही गणतंत्र दिवस है । भारतीय संविधान दुनिया भर के संविधानों का श्रेष्ठ मिलाकर निर्मित किया गया है। समय के साथ इसमें आवश्यक संशोधन किए गए है। वर्तमान वैश्विक परिस्तिथियों के अनुरूप भारतीय नागरिकों के सम्मान की सुरक्षा का वादा हमारा संविधान देता है। हमने देखा है कि यूक्रेन की लड़ाई सहित कई अवसरों पर देश के तिरंगे ने भारतीयों की ही नहीं अन्य देशों के नागरिकों को भी दिशा दर्शन करवाया है,यह ताकत ही गणतंत्र की शक्ति है।(विनायक फीचर्स)



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